पीपल का पेड़ पवित्र क्यों ?
![]() |
पीपल का पेड़ पवित्र क्यों ? |
हिन्दू
धर्म में पीपल के
पेड़ का बहुत महत्व होता है। इसे न केवल धर्म संसार से जोड़ा गया है, बल्कि
वनस्पति विज्ञान और आयुर्वेद के अनुसार भी पीपल का पेड़ कई तरह से फायदेमंद माना
गया है।
पीपल के पेड़ को इन नामों जाना जाता हैं:- (अंग्रेज़ी: सैकरेड
फिग, संस्कृत:अश्वत्थ)
क्योंकि इसमें
विष्णु भगवान का वास माना गया हैं श्रीमतभागवत गीता के 10वें अध्याय
के 26 श्लोक में
भगवान कृष्ण स्वयं कहते हैं – मैं सब वृक्षों में पीपल का वृक्ष
हूँ इसलिये हिन्दू
पीपल की रक्षा के तैयार हो जाते हैं स्कंध पुराण नागर 247 श्लोक 41-44 के अनुसार,
पीपल की जड़ में विष्णु तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्तों में भगवान हरि और
फलों में सब देवता निवास करते हैं यह वृक्ष विष्णु सवरूप हैं
महात्मा पुरुष इस वृक्ष के पुण्यमय मूल की सेवा करते हैं इसका गुणों से युक्त और कमानादायक
आश्रय मनुष्यों के हजारों पापों का नाश करने वाला हैं
वैज्ञानिक
अनुसंधानों से पता चलता हैं कि पीपल ही एक मात्र ऐसा वृक्ष
हैं जो रात दिन
प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन का विसर्जन करता हैं इसकी छाया सर्दी में गर्मी प्रदान
करती हैं तथा गर्मी में शीतलता देती हैं पीपल प्राणवायु प्रदाता हैं अतः जगत का
पालक हैं वैज्ञानिक अनुसंधानों द्वारा यह भी सिद्ध हुआ हैं कि पीपल के पत्तों से संस्पृष्ट
वायु के प्रवाह व
ध्वनि से रोगों के कीटाणु धीरे धीरे नष्ट हो जाते हैं वैदिक ग्रंथो के अनुसार इसके
पत्ते, फल,छाल सभी रोगनाशक हैं ।
अपील:- प्रिय दोस्तों यदि आपको ये पोस्ट अच्छा लगा हो या आप हिंदी भाषा को इन्टरनेट पर
पोपुलर बनाना चाहते हो तो इसे नीचे दिए बटनों। आपको यह
जानकारी कैसी लगी कमेंट में लिखें । अगर अच्छी लगी तो Like और Share जरुर कीजियेगा। इसी तरह की अन्य पोस्ट पढ़ने के लिए हमसे जुड़ने के
लिए आप हमें फॉलो करें धन्यवाद।